अपोलो हॉस्पिटल में सफाई कर्मचारी को लगाया सबसे पहला टीका

इंदौर – शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए टीकाकरण का उद्घाटन करने के बाद कोरोना महामारी से जंग के बीच दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण की शुरुआत इंदौर के पांच केंद्रों पर सुबह करीब 11 बजे से हो गई।

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए विजय नगर स्थित अपोलो हॉस्पिटल को भी वैक्सीनेशन का केंद्र बनाया गया है। यहां कोरोना के टीकाकरण अभियान के पहले दिन पहला टीका इसी अस्पताल में कार्यरत सफाई कर्मचारी सन्नी सुनहरे को लगाया गया।

टीका लगने के बाद डॉक्टरों और कर्मचारियों ने उनका तालियां बजाकर स्वागत किया। टीका लगवाने में सबसे कम उम्र 23 वर्ष की दो नर्स स्वास्ति बेहरे और चेतना गोरे भी शामिल थीं। सबसे उम्रदराज 56 वर्ष के ऑपरेशन थिएटर के तकनीशियन गुणवंत कांबले को भी टीका लगाया गया।

टीकाकरण को लेकर अस्पताल में उत्सवी माहौल था। सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश के नाम संबोधन के बाद टीकाकरण शुरू किया गया। अस्पताल के डॉक्टर और अधिकारी सफाई कर्मचारी सन्नी को ससम्मान टीकाकरण कक्ष में ले गए।

अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. सुशील जैन ने बताया कि सन्नी ने कोविड के दौरान भी बहुत तत्परता से काम किया। अस्पताल के यूनिट हेड अभिलाष पिल्लई ने बताया कि हमें खुशी है कि इस टीकाकरण अभियान में हमारा अस्पताल भी योगदान कर रहा है। हमें 600 लोगों को टीके लगाने का लक्ष्य मिला है। हर दिन करीब 100 लोगों को टीके लगाए जाएंगे।

अपोलो अस्पताल में काम करते हुए डॉ. पूजा मिश्रा काफी पहले कोविड पॉजिटिव हो गई थीं। अभियान के तहत उनको भी टीका लगाया गया। टीका लगवाने वालों में अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. सुशील जैन , डॉ. शालीन व्यास, कंपनी सेक्रेटरी हर्षित केसरी सहित अन्य डॉक्टर, नर्स और कर्मचारी शामिल थे।

टीका लगवाने के बाद सफाई कर्मचारी सन्नी ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि इस टीके के कारण कोरोना से हमारा बचाव होगा।

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